Tuesday, 20 January 2015

ऑस्‍ट्रेलिया में हुए भारत और इंग्‍लैंड के बीच क्रिकेट मैच में इंडियन प्‍लेयर्स की परफॉर्मेंस के बारे जानिए 8 कमाल की बातें.


1. ससुराल में सिलबिल्ले हुएः शिखर धवन, चाय ठंडी हो रही थी इसलिए जल्दी आउट हो गया जैसे जोक्स के नए राजा. सबसे पहले आते हैं, सबसे पहले जल्दी से पवेलियन चले जाते हैं. उनकी वाइफ ऑस्ट्रेलिया की हैं. हमें लगा था कि ससुराल में कुंवर गुल खिलाएंगे. मगर यहां तो उनकी बत्ती गुल है.
2. ई कौन गोले का लुल्ल शॉट हैः विराट कोहली. गोया गुस्सा हों कि मुझे अब तक वनडे में कैप्टन क्यों नहीं बनाया गया. लगातार दूसरे मैच में गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट.
3. रैना बीती जाएः इत्ती सी खुशी, पहले गम, बाद में गम. सुरेश रैना की बात कर रहे हैं हम. आखिरी टेस्ट में मौका मिला. जीरो का डबल मारा. फिर उस पनौती को अक्षर पटेल पर ट्रांसफर कर दिया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में फिफ्टी मारी. तो क्या हुआ जो फिर आउट हो गए. सबने कहा. देखो-देखो रैना लौट आया. तारीफ इतनी हुई कि रैना आज फिर जल्दी से घर लौट आया. वह भी स्पिनर्स के खिलाफ, जिनका सामना करने में वह दक्ष माने जाते हैं.
4. राहुल गांधी सिंड्रोम के शिकारः महेंद्र सिंह धोनी. उनका हाल राहुल गांधी जैसा हो रहा है. जहां सब कह रहे हैं कि आइए और कुछ आक्रामकता, कुछ रणनीति दिखाइए. और आप हैं कि अपनी ही धुन में मंद मंद मुस्कुराए जा रहे हैं. कर कुछ नहीं रहे. भला कौन सा कप्तान गाबा की पिच पर टॉस जीत पहले बैटिंग करेगा. सुबह का मौसम, स्विंग के लिए मददगार. और तिस पर तुर्रा यह कि आपके बॉलर्स आज की तारीख में शायद 500 रन का स्कोर भी डिफेंड न कर पाएं.
5 देखा, पापा, मैंने बोला था नः आज के मैच की इकलौती मुस्कान. मिली स्टुअर्ट बिन्नी को. सब कह रहे थे. पापा रोजर सेलेक्टर. इसलिए स्टुअर्ट लिटिल का भी हो गया हैलो रोजर, हैलो अल्फा कमिंग. मगर स्टुअर्ट आखिरी में गुस्से में दिखे. क्योंकि पापा के दोस्त धोनी अंकल ने उनसे पहला ओवर फेंकवाया. फिर स्टुअर्ट को समझ आया. ये मैच नहीं. नेट प्रैक्टिस थी.
6. भगवान के लिए मुझे मत मारोः भुवनेश्वर कुमार, सुंदर आंखों वाला लड़का. जिसे स्विंग से मदद मिलती है. मगर मदद न हो गई दम पुलाव हो गया, जो दौरे के आखिरी में जाकर पकेगा. ये बालक की बॉलिंग इधर इत्ती जंग खा चुकी है. कि अब तो लगता है कि टीम में रखना ही है तो स्पेशलिस्ट बैट्समैन के तौर पर रख लो.
7. पैकिंग तगड़ी, डिलीवरी फुस्सः उमेश यादव का ऐसा हाल है गोया किसी ने एमेजॉन या फ्लिपकार्ट पर ट्रिमर ऑर्डर किया हो और वहां से उस्तरा भेज दिया गया हो. बताया गया कि ये है बॉलिंग दल की नई उम्मीद. विदेशी फास्ट बॉलर्स की तरह हूस सा दिखता उमेश. रफ्तार भी. मगर ये क्या. न लाइन, न लेंथ, न एकुरेसी, न विकेट, न इकॉनमी.
8. व्हाट इज दिस समीः मो. समी. देखकर लगता है कि कंपनी गार्डन में बैंक की नौकरी से बंक कर घूमने आए हैं अंकल जी. वसीम अकरम बता रहे थे कि समी अपनी बैटिंग को लेकर सीरियस हैं. उनका नंबर वन स्कोर 1 रन भी ऐसा ही कुछ बता गया. मगर हम तो बात करना चाहते हैं उनकी बॉलिंग की. जिसके लिए शायद उन्हें टीम में नौकरी मिली. कहने को मीडियम पेसर. मगर ग्रेट कुंबले से बस कुछ ही तेज गेंद फेंकते हैं. जो कभी कभी स्विंग हो भी जाती है, तो बैट्समैन के पास इतना वक्त होता है कि आराम से गोड्डे टेककर छक्का मार सके.
बच गए अब तीन. पटेल, रायडू और रहाणे. पटेल की पोंपों की जा सकती थी. आखिर लगातार दो मैच में गोल्डन डक बनाया है. मगर उनको वक्त दिया जाना चाहिए. अपनी बॉलिंग के लिए. रायडू को अचानक नंबर तीन पर भेज दिया गया. जैसे दूल्हा रूठ जाए तो देवर दूल्हा बन जाए टाइप. ठीक ठाक खेल गए लुल्ल शॉट खेलने से पहले. और रहाणे. तकनीकी तौर पर ठोस दिख रहे हैं. बाकी टीम इंडिया ठोस नहीं ठस दिख रही है. मगर इसमें एक चाल है. वर्ल्ड कप से पहले सब टीमों में जीत की हवा भर दो. और फिर ऐन मौके पर कमाल कर दो. तमाम हिंदुस्तान इसी इत्मिनान में जी रहा है. देखते हैं. नींद खुलती है या सपना फिर पूरा होता है.

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